गोरखपुर : कौड़िया वाली माता के मंदिर के संस्थापक आ पुजारी स्व. रामलाल मौर्य जी के प्रतिमा के भइल अनावरण।
गोरखपुर के जंगल कौड़िया विकास खंड के ग्राम पंचायत कौड़िया के टोला विशुनपुर स्थित श्री श्री आदिशक्ति महामाया कर्म दुर्गा मंदिर के संस्थापक साथ में पुजारी रहनी श्री स्व. राम लाल मौर्य जी के देहांत के बाद मंदिर के मुख्य पुजारी श्री दुर्गेश मौर्य जी के द्वारा उहाँ के मूर्ति के स्थापना मंदिर प्रांगण में ही शनिवार (1-नवंबर -2025) के पूरा विधि विधान के साथ भइल।
एकरा पहिले भागवत कथा ले आयोजन के साथ विशाल भंडारा के भी आयोजन भइल रहे।
सेवक रामलाल मौर्य जी जन्मे उहाँ के ननिहाल भौवापार में 1 अप्रैल 1956 में भाइल रहे। उहाँ के पिता स्व लालसा प्रसाद जी के मृत्यु अकस्मात उहाँ के जन्मे के 28 दिन पूर्व ही हो गइल रहे। माता जी के नाम श्रीमती मूरती देवी रहल। उहाँ के बचपन ननिहाल में बितल आ फेर पढ़ाई करे अपना गाँव जंगल कौड़िया आ गईनी। आगे चलके उहाँ के शादी भाइल आ संतान प्राप्ति भइल जवना में तीन पुत्र आ चार पुत्री के जन्म भाईल। बाद में माता ने जहाँ मंदिर बा माता के वहाँ बक्सा पटक के आ सवार होके बोलली हमार पूजा कर एही में तहार भलाई बा। लेकिन सेवक एकरा के ढोंग तानी मनबढई से माता के बात ना मनले जेकरा बा नाना प्रकार के कष्ट आ दुख से घिरी गइले। कई जगह देखावल गाइल जवना के बाद माता फेर सेवक पर सवार होके कहली कि अगर ई हमार कहल मानले रहिते त ई दशा ना होईत। ओकरा बाद माता के आदेश से सेवक पूजा शुरू कईनी पहिले कुछ दिन तक जमीन पर पूजा कईनी आ बाद में मंदिर के निर्माण करवइनी। आ मंदिर में नाम श्री श्री आदिशक्ति महामाया दुर्गा कर्म मंदिर रखल गईल।
एह अवसर पर मंदिर के व्यवस्थापक श्री रमेश जी महाराज मंदिर के मुख्य पुजारी श्री दुर्गेश जी महाराज, मंदिर के भक्तगण सत्यम , रवि , शिवम्, अर्जुन , अभिषेक ,चंद्रशेखर, सुरेंद्र , वीरेंद्र सहित समस्त भक्त गण लोग उपस्थित रहले।
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