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अतवार के सांझी के फगुवा गीत अउरी राधा कृष्ण के रास में श्रोता गण गोता लगावल।



अतवार के सांझी के फगुवा गीत अउरी राधा कृष्ण के रास में श्रोता गण गोता लगावल।

रविवार के शाम फगुआ गीतन के नाम रहल। श्रोता अउरी दर्शक होली के गीतन के साथ झूमत रहले इठलाते रहले। फागुन के गीतन के असर अतना रहल कि दर्शक कार्यक्रम के समापन तक बधल रहले।




संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश अउरी शारदा संगीतालय के संयुक्त तत्वावधान में प्रख्यात गायक अउरी संगीत नाटक एकेडमी के सदस्य राकेश श्रीवास्तव जी के निर्देशन में आयोजित  पारंपरिक होली गायन कार्यशाला  के सम्मान अवसर पर  चालीस के संख्या में नवांकुरन के प्रस्तुति के दौरान गोरखपुर क्लब में राधा कृष्ण के रास में श्रोता गण गोता लगावत रहले।




संचालक शिवेंद्र पांडेय जी "आइल बसंत ऋतु आइल" ख़ातिर जब कलाकारन को आवाज दीहले त नवांकुर कलाकार लोग  श्रोता लोगन के खूब ताली बटोरल। "तोहका हियारा में बसैबे हो बालम होली खेलन हम" गावल त वाहवाही मिलल अउरी फेरु मंच पर प्रस्तुत भइल चौताल "लगी श्याम से प्रीत"। "कनैह्या घर गोईया आज खेले होली", "घर खोजत सुदामा हेराने" जईसन पारंपरिक गीत श्रोता लोगन के कार्यक्रम के समापन तक बांध रखल। कार्यक्रम में विभिन्न वाद्य यंत्रन पर रानू जानसन, मुहम्मद शकील, विजय मिश्र अउरी पवन संगत कईल लोग। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि संस्कृति विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर मनोज गौतम, विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्प दंत जैन, पूर्व महापौर सत्या पांडेय के अतिरिक्त डॉक्टर विनीता पाठक, डॉक्टर सुरेश अतुल श्रीवास्तव, कनक हरी अग्रवाल, विजय श्रीवास्तव, नवीन पांडेय, शरद मणि त्रिपाठी, राकेश उपाध्याय उपस्थित रहल लोग।





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